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प्यार की यादगार ताजमहल / देवी नांगरानी

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प्यार की यादगार ताजमहल
फ़न का इक शाहकार ताजमहल

जो रहा बादशाह के दिल में
आरज़ू का ग़ुबार ताजमहल

देखकर बेरुख़ी ज़माने की
आज है अशकबार ताजमहल

है अमर प्यार का वो इक तोहफा
हुस्न की यादगार ताजमहल

मौत को जिसने मात ही दे दी
है गुहर आबदार ताजमहल

आके मुमताज़ से मिले कोई
करता है इन्तज़ार ताजमहल

अहले-दिल को दिला रहा ‘देवी’
प्यार का ऐतबार ताजमहल