भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चुप्पी / सुशान्त सुप्रिय
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:39, 7 जून 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुशान्त सुप्रिय |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पन्ना बनाया)
पापा, ये बच्चे लाल-बत्ती पर
गाड़ियों के शीशे
क्यों साफ़ करते हैं
पापा, ये बच्चे
अच्छे कपड़े
क्यों नहीं पहनते
पापा, ये बच्चे
स्कूल क्यों नहीं
जाते
पापा, ये बच्चे
बच्चे नहीं हैं
क्या?