गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 12 जून 2014, at 00:29
श्रेय परम मानव-जीवन का / हनुमानप्रसाद पोद्दार
Sharda suman
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 00:29, 12 जून 2014 का अवतरण
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हनुमानप्रसाद पोद्दार |अनुवादक= |स...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
हनुमानप्रसाद पोद्दार
»
पद-रत्नाकर / भाग- 6
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
श्रेय परम मानव-जीवनका, प्रभुके पदमें पावन प्रेम।
यही मनुजका परम योग है, यही मनुजका सत्य क्षेम॥