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दुर्लभ मानव-तन मिला / हनुमानप्रसाद पोद्दार
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(राग पीलू-ताल कहरवा)
दुर्लभ मानव-तन मिला, साधन-धाम महान।
मत खो भोगोंमें इसे, भज ले श्रीभगवान॥
मोह-निशा-तम मिटे सब, समुदित हो रवि-ज्ञान।
पुनर्जन्म से मुक्ति हो, प्रभु-पदमें हो स्थान॥