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पीयरे रंग सड़िया पहिरलनि से / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

पीयरे रंग सड़िया पहिरलनि से फल्लाँ समधिन छिनरो
बाट चलल झटकारि हो लाल
रंग विरंग के छिनरो जुटिया गुहओलनि
अतरा लेल गमकाय हो लाल
घोड़बा चढ़ल अबथिन समधी रसिया
आँचर धय बिलमाबे हो लाल
छोडू-छोडू आहे रसिया हमरो आँचरबा
कि फाटि जायत नव साड़ी हो लाला
साड़ी के बदला छिनरो साड़ी पहिरयबौ
आजु करब मेहमानी हो लाल
छोडू छोडू आहे रसिया हमरो आँचरबा
आजु छनि पियाजी के पार हो लाल