Last modified on 2 जुलाई 2014, at 11:43

आरती करीय जानकी माइ / मैथिली लोकगीत

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:43, 2 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह=विवि...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

आरती करीय जानकी माइ
धृत भल भक्ति प्रेम बर बाती, ज्ञान बारि धरु कर हरषाइ
सुर नर मुनि दुर्लभ सेवल पद, से पद जलज आरती माइ
सुनु जगमातु पापमय कर, मम परशति पद सभ पाप नशाइ
करह कृपा आरती स्वीकृत, करु कुमर पूजि पद धरु शिर नाइ