हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
पलंग पर खेल रहो मेरो नन्दलाल
आओ दाई माई तुम भी खेलाओ
ये दाई माई बोल रहो मेरो नन्दलाला
आरो री सासु राणी तुम भी खेलाओ
ये दादी दादी बोल रहो मेरा नन्दलाल
आओ री जेठाणी राणी तुम भी खेलाओ
ये ताई ताई बोल रहो मेरो नन्दलाला
आओ री देवराणी राणी तुम भी खेलाओ
ये चाची चाची बोल रहो मेरो नन्दलाला
आओ भी नणद राणी तुम भी खेलाओ
ये बूआ बूआ बोल रहो मेरो नन्दलाला