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किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा
चार दल थारै ऊमहे
एक दल आप दल दूजा बाप दल
तीजा दल घर के भातिआ
चौथे दल ऊधली का री जाया
मौड बांध के बन्ना आइया
किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ बाबल
चार दल थारै ऊमहे
एक दल आप दल दूजा बाप दल
तीजा दल घर के भातिआ
चौथे दल ऊधली का री जाया
मौड़ बांध के बन्ना आइया