भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा / हरियाणवी

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:24, 10 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=हरियाणवी |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह=शा...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा
चार दल थारै ऊमहे
एक दल आप दल दूजा बाप दल
तीजा दल घर के भातिआ
चौथे दल ऊधली का री जाया
मौड बांध के बन्ना आइया
किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ बाबल
चार दल थारै ऊमहे
एक दल आप दल दूजा बाप दल
तीजा दल घर के भातिआ
चौथे दल ऊधली का री जाया
मौड़ बांध के बन्ना आइया