हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हाय हाय मेरा खिवैया
क्या होनी क्या होइयां हाय हाय मेरा सिरताज हा
नदी आई पहाड़ की चढ़ गई गगन गम्भीर
हाय हाय मेरा खिवैया
पहले डूबे मोचड़े सूं घोड़े असवार
हाय हाय मेरा खिवैया
हाय हाय मेरा खिवैया
क्या होनी क्या होइयां हाय हाय मेरा सिरताज हा
नदी आई पहाड़ की चढ़ गई गगन गम्भीर
हाय हाय मेरा खिवैया
पहले डूबे मोचड़े सूं घोड़े असवार
हाय हाय मेरा खिवैया