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नत्थू राम! तन्नै सरम ना आई / हरियाणवी

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नत्थू राम! तन्नै सरम ना आई, बाब्बू कै गोली मारी।
तेरे करमां नै रोण लाग री, बैठी योह् दुनिया सारी।
बाब्बू ने कह्या राम राम, अर जग तै किया किनारा।
राम के मंदिर में जा पोंह्चा, सिरी राम का पियारा।
काच्चा कुनबा छोड़ के बाब्बू, सुरग लोक मैं सोगे।
भारत के सब नर नारी अब, बिना बाप के होगे।