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मुझे कुलहीन रहने दो / शंकर प्रलामी

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मुझे कुलहीन रहने दो
Mujhe kulhin rahne do.jpg
रचनाकार शंकर प्रलामी
प्रकाशक राधाकृष्ण प्रकाशन
वर्ष 2002
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा कविता
पृष्ठ 115
ISBN 8171797841
विविध मूल्य(सजिल्द) :150
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  • मुझे कुलहीन रहने दो (कविता) / शंकर प्रलामी