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उलारा / मुंशी रहमान खान
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मारयो नांव खेवैय्या दुश्मन मारयो नांव खेवैय्या हो।
रौवै भारत मैय्या दुश्मन मारयो नांव खेवैय्या हो।।1
नहिं कोई हुआ न हुइ है ऐसा दिलका धीर धरैय्या।
दुश्मन मारयो नांव खेवैय्या हो।।2
बड़े बड़े शूरवीर भए भारत गांधी सन्मुख पैय्या।
दुश्मन मारयो नांव खेवैय्या हो।।3
चारौ युग में नहिं कोई जन्मा ऐसा कुंवर कन्हैया
दुश्मन मारयो नांव खेवैय्या हो।।4