भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
तितली / दीनदयाल शर्मा
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:54, 2 सितम्बर 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दीनदयाल शर्मा |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पन्ना बनाया)
कितनी भोली
कितनी प्यारी
उन तक
पहुँच रही
किलकारी,
फूल कहें या
तितली मुझको,
सूरत सबसे
न्यारी-न्यारी