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बन्ना तो मेरा चाद सा / बुन्देली
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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बन्ना तो मेरा चांद सा,
लग जाये नजरिया ना
बन्ना की माया दौड़ी आई,
काजल टीका लगाई बन्ना,
लग जाये नजरिया ना। बन्ना...
बन्ना की भाभी दौड़ी आई
राई नौन उतारी,
लग जाये नजरिया ना। बन्ना...
बन्ना की बहिना दौड़ी आई,
झट से आरत उतारी,
लग जाये नजरिया ना। बन्ना...
सखियां मिलके बन्ना गावें,
फूलों से करती बौछारें।
लग जाये नजरिया ना। बन्ना...