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पनिया कैसे जाऊ सावरिया मै / बुन्देली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

पनियां कैसे जाऊ सांवरिया मैं,
रसिया रोके मोखों डगरिया में।
घूंघट की ओर चोट तक मारे,
कांकरिया घाले गगरिया में। रसिया...
केसरिया रंग अबीर अरगजा,
भरि-भरि डारे चुनरिया में। रसिया...
लख या हाल हंसे नर नारी,
दे दे ताल बजरिया में। रसिया...
कंचन कुँअरि करी बदनामी,
नाहक अवध नगरिया में। रसिया...