भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

चिरई रे सोबई चुनगुन रे / बघेली

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:41, 17 मार्च 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=बघेली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= }} {{KKCatBag...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बघेली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

चिरई रे सोवई चुनगुन रे सोवई
सोइ गे नगरवा के लोग
राजा के सोहागवा
एक नहीं सोये हैं अजवा कउन सिंह
जेखे घरे नतिनी कुंवारि
राजा के सोहागवा
चिरई के सोवइं चुनगुन रे सोवई
सोइ गे नगरवा के लोग
एक नहीं सोये हैं बपवा कउन सिंह
जेखे घरे बिटिया कुंवारि
राजा के सोहागवा
चिरई रे सोवइ चुनगुन रे सोवई
सोइ गे नगरवा के लोग
एक नहि सोये हैं भइया कउन सिंह
जेखे घरे बहिनी कुंवारि
राजा के सोहागवा