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लुगड़ा-धोती को दियो रे इनाम / पँवारी

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पँवारी लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

लुगड़ा-धोती को दियो रे इनाम
हरि जो सखि नऽ काकन बाँध्या
पूछय सखि कोखऽ दियो इनाम
हरि जो सखि नऽ काकन बाँध्या।।