पँवारी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
पीहू पुकारै पीहू पुकारै
आठज कमलिया आठज कमलिया
ओढ़अ लेजो न्याल्ही तोषक रे।।
अलोपी की करना अलोपी की करना
सब सजन मिल घेरऽ लेओ रे।।
पीहू पुकारै पीहू पुकारै
आठज कमलिया आठज कमलिया
ओढ़अ लेजो न्याल्ही तोषक रे।।
अलोपी की करना अलोपी की करना
सब सजन मिल घेरऽ लेओ रे।।