Last modified on 1 अप्रैल 2015, at 17:27

नैना परदेसी सें लरकें / ईसुरी

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:27, 1 अप्रैल 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=बुन्देली |रचनाकार=ईसुरी |संग्रह= }} {{KKC...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

नैना परदेसी सें लरकें।
भऐ बरवाद बिगर कैं।
नैनाँ मोरे सूर-सिपाही।
कवऊं न हारे लरकें।
जे नैना बारे सें पाले,
काजर रेखैं भरकें।
ईसुर भींज गई नइ सारी,
खोवन अँसुआ ढरकें।