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ओके केहू का खोजी / मोती बी.ए.

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हमार एगो बहुत बाउर लति ई ह
कि हम केहू के रचना में अपनाके
खोजे लागीलें

जे हमके हमरा से भेट करा दे
उहे नू हमार हीत ह
एइसन हीत काँहाँ मिली
इहे हमार समस्या ह
हम ओही के खोज तानी
जे भेटात नइखे
ओके खोजत-खोजत
हम खुदे बिला गइल बानी

इ कविता ना ह
ई हमार गति ह
जुग जमाना अपने रंग में बाटे
आ हम अपने रंग में

जे खुदे बिला गइल बा
ओके केहू का बिलवाई।
20.08.96