भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कितना प्रतिभाशाली है / प्रताप सोमवंशी

Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:29, 26 जनवरी 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रताप सोमवंशी }} Category:ग़ज़ल कितना प्रतिभाशाली है<br> का...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कितना प्रतिभाशाली है
काम नहीं है खाली है

केवल फल से मतलब है
कैसे कह दूं माली है

थोड़ा और दहेज जुटा
बिटिया तेरी काली है

इनके हिस्से सारे सुख
उनके हिस्से गाली है

सपनों की दुकानें हैं
भाषण है और ताली है