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कितना प्रतिभाशाली है / प्रताप सोमवंशी
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कितना प्रतिभाशाली है
काम नहीं है खाली है
केवल फल से मतलब है
कैसे कह दूं माली है
थोड़ा और दहेज जुटा
बिटिया तेरी काली है
इनके हिस्से सारे सुख
उनके हिस्से गाली है
सपनों की दुकानें हैं
भाषण है और ताली है