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कहाँ से अइलै शीतल बूढ़ी माय / अंगिका
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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कहाँ से आइली मैया हे शीतल बूढ़ी माय दया करोॅ न
कहाँ से आइली मधुमालत मैया हे उद्धार करोॅ न।
तिरहुत से आइली मैया हे शीतल बूढ़ी माय दया करोॅ न।
मधुपुर से आइली मधुमालत मैया हे उद्धार करोॅ न।
कहाँ बैठाइवै मैया हे शीतल बूढ़ी माय दया करोॅ न।
कहाँ बैठैवै मधुमालत मैया हे उद्धार करोॅ न।
गभरां बैठाइवै मैया हे शीतल बूढ़ी माय दया करोॅ न।
आँचला बैठैवै मधुमालत मैया हे उद्धार करोॅ न।
किए- किए खाइती मैया हे शीतल बूढ़ी माय दया करोॅ न।
किए- किए खाइती मधुमालत मैया हे उद्धार करोॅ न।
आँटल खुआ खाइती मैया हे शीतल बूढ़ी माय दया करोॅ न।
खुआ- मलाई मधुमालत मैया हे उद्धार करोॅ न।