भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तलाश / उमा शंकर सिंह परमार

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:21, 23 मई 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=उमा शंकर सिंह परमार |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुम असीम त्याग
मैं असीम भोग
हम दोनों के बीच
अन्तिम साँसे ले रहा हमारा प्रेम
 
“मध्यम” हो जाने की
सुरक्षित गली तलाश रहा है

महात्मा बुद्ध से लेकर वात्सायन तक
तय की गयी प्रक्रियाओं में
एक पैराग्राफ तलाश रहा है

चूल्हे में धिक् रही जवान आग
में तपकर
बर्फ़ीली हवाओं की छुवन तलाश रहा है