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तितली-2 / दिनेश बाबा
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जानें कहां सें आबै तितली
सुन्दर पंख दिखाबै तितली
मोॅन तेॅ करथौं पकड़ी राखौं
छूथैं फुर्र उड़ि जाबै तितली
फूलोॅ पर बैठे छै जाय केॅ
पंख नै तब फैलाबै तितली
शलभ पंख फैलैनें रक्खै
सटलोॅ पंख लखाबै तितली
लागै छै मासूम बहुत ई
लेकिन पकड़ न आबै तितली
रंग बिरंगो पखना वाली
कत्तेॅ नेह जगाबै तितली