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बाजै छै बीन / भाग-9 / सान्त्वना साह

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हाल-बेहाल

जाड़ोॅ सें हाल हमरोॅ
होलोॅ बेहाल
रही-रही सोचै छी
चढ़ी देवाल
करौं की उपाय, जै सें
कटै नै बाल
नाही लेॅ पड़ेॅ नै
रहौं खुशहाल।

सूरज दादा

सूरज दादा आवोॅ नी
जाड़ा केॅ भगावोॅ नी
कोहरा छेदलेॅ आवोॅ नी
ऐंगना-ओसरा नाचोॅ नी
गेंदरा केॅ सुखावोॅ नी
छपरी पर मुसकावोॅ नी
पानी केॅ गरमावोॅ नी
सूरज दादा आवोॅ नी।

सीतू

ढोलक के थाप पर
तबला के ताल पर
नाचै चौपाल पर
गावै तिरपाल पर
चौरंगी रूमाल पर
ठाड़ी देवाल पर
सीतू कमाल कर।

अब्दुल कलाम

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
तोरा सलाम, तोरा सलाम
तमिलनाडु के रामेश्वरम
शिवनगरी द्वादश लिंगम
जहाँ शंकर कंकड़-कंकड़ में
सियाराम विराजै हर मन में
अलिफ हुरूफ ककहरा में
अणु के गुण फरमूला में
परमाणु मिसाइल देल्हौ इनाम
भारत रतन तोरा सलाम
नुनू बाबू पर दिहौ ध्यान
बनी केॅ वहूं देखैथौं ”कलाम“
तोर्है पर भारत केॅ छै गुमान
हे राष्ट्रपति करबद्ध प्रणाम
ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
तोरा सलाम, तोरा सलाम।

रिंका-टिंका

रिंका-टिंका जमुआ भाय
रोज भोररिया इसकूल जाय
झोरा बस्ता लै लटकाय
कच्चा-कोचलॉ साफली खाय
खैलेॅ जाय, गेलै जाय
सोझे रस्ता बढ़लेॅ जाय
मारेॅ भैंस कि हूरेॅ गाय
गिरै-पड़ै के नै परवाय
हँसलेॅ जाय, बोललेॅ जाय
पैहलोॅ नम्बर हमरे आय।

बिसुआ परव

फगुआ के बाद
ऐतै बिसुआ परव
गुड़, सत्तू, चटनी
चाटवै गरब
पेट भरी खैतै
जनता अरब
तारा आकाश में
खरबे-खरब।

मन्नू राजा

रोज भोररिया मन्नू राजा
लै केॅ आवै फूल
हरसिंगार-अपराजिता
लाले लाल अड़हुल
दुमड़ी-चीरामीरा आरो
तिनपतिया भरपूर
घामोॅ सेॅ लथपथ मन्नू
सब के आँखी के नूर
अच्छत-चंदन-रोली रोॅ
टीक्का शोभै लीलार
झटपट मौली बान्ही केॅ
खोजै शीतल बयार।

मुस्कान

आवोॅ-आवोॅ हे मुस्कान
हकरी केॅ फाड़ो नै कान
देभौं तोरा सतुआ सान
गुब गुब खैइयो ऐथौं जान
मुस्की मारभेॅ पैभेॅ मान
नै तेॅ मानू घीचथौं कान
राग अलापो रकींची तान
तभीये पैभेॅ तों सम्मान
हे मुस्कान, हे मुस्कान
कैन्हेॅ सुतलेॅ चद्दर तान
अलबेली गुणोॅ के खान
अपना पर नै करोॅ गुमान।

बब्बू

बब्बू के एँगना मेॅ
कुदरुम के गाछ
लाल-हारा फोॅर देखी
बब्बू उदास
चाहै छै चाखै लेॅ
खट्टा-खट्टा फोॅर
छोटोॅ-छोटोॅ हाथ
नै छै टाँगोॅ में जोर
लग्घी लगाय केॅ
जुटावौं केना हाथ
युक्ति लगाय में
बब्बू परेशान।

मक्को रानी

परवल-परवल हल्ला करलेॅ
ऐली मक्को रानी
दीदी, भौजी, काकी, नानी
खायलेॅ परवल रान्ही
ताजा-ताजा मोटोॅ-मोटोॅ
भरहौ में आसानी
औंगरी चाटी खैभेॅ कहबेॅ
वाह! हे मक्को रानी
एतन्है में पाछू सें म्याऊँ
करकी बिल्लो रानी
समरह नै पारली, कादो में
गिरली मक्को रानी।