Last modified on 15 जून 2016, at 03:56

पत्थरों का भी दिल होता है / विष्णु नागर

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:56, 15 जून 2016 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कौन कहता है
पत्थरों का दिल नहीं होता?
होता है
हमने तो ऐसे दिल भी देखे हैं
जिनकी हार्ट सर्जरी तक हो चुकी है।

धूप और छाँव
हमने सोचा कि हमारा घर धूप में होना चाहिए
फ़िर सोचा छाँव में होना चाहिए

फ़िर मुस्कराकर हमने अपने आप से कहा
पहले घर तो हो
धूप होगी तो छाँव भी चली आयेगी।