नन्तानन्द कवीर, सुरसुरानन्द सराही। भावानंद रविदास, गालवानन्द विह निवाही॥
नरहरि सदना सुरवा, नन्द पद्वा सर्व जाने। पीपा सैना धनादास दश दिशा वखानै॥
सेवक रामानन्द के, नाम लेत पातक हरै।
करनी वरनि सकै नहीं, धरनी ध्यान सदा धरै॥10॥
नन्तानन्द कवीर, सुरसुरानन्द सराही। भावानंद रविदास, गालवानन्द विह निवाही॥
नरहरि सदना सुरवा, नन्द पद्वा सर्व जाने। पीपा सैना धनादास दश दिशा वखानै॥
सेवक रामानन्द के, नाम लेत पातक हरै।
करनी वरनि सकै नहीं, धरनी ध्यान सदा धरै॥10॥