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भज मन राम नाम सुककारी / संत जूड़ीराम
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भज मन राम नाम सुककारी।
दुख दरिद्र ताप त्रय मोचन सोच सकल भय हारी।
वेद पुरान कुरान कितेवा अमित कथा विस्तारी।
तामा राम सजीव समाना मुनि जन करत निहारी।
भजन प्रभाव वेद जस गावत भुक्त-जुक्त अनुसारी।
मंगल रूप अनूप अलख गति निरगुन अजर बिहारी।
सुक संपत परवार बड़ाई दिन दस की उजयारी।
जूड़ीराम नाम बिन चीन्हे किन-किन विपत निवारी।