राम नाम बिन फिरत भुलानो।
करत-फिरत पाखंड जगत में मन माया की ओट समानो।
आवत नहीं निकट सतगुरु के विकट राह में वास बसानो।
जो लो शब्द रंग नहिं दरसे तोलो बुद्धि सुद्धि नहिं जानो।
जूड़ीराम नाम नहिं चीन्हें भिरमत फिरें नहिं और ठिकानो।
राम नाम बिन फिरत भुलानो।
करत-फिरत पाखंड जगत में मन माया की ओट समानो।
आवत नहीं निकट सतगुरु के विकट राह में वास बसानो।
जो लो शब्द रंग नहिं दरसे तोलो बुद्धि सुद्धि नहिं जानो।
जूड़ीराम नाम नहिं चीन्हें भिरमत फिरें नहिं और ठिकानो।