भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
से चलैछै नरूपिया देवता / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:03, 8 अगस्त 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह=सलहे...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
से चलैछै नरूपिया देवता
राज तऽ महिसौथा के
से चलै छै नरूपिया देवता
राज तऽ महिसौथा के ने हय।
आ घड़िएक चललै पहर पेर बीतै छै
आ घड़िएक चलैछै नरूपिया
पहर पेर बीतै छै ने हय
हौ पले तऽ घड़ीमे
पले आइ घड़ीमे देवता
ड्योढ़ियामे जूमि गेलै
आ पले तऽ घड़ीमे देवता
ड्योढ़ियामे जुमि ने गेलैयै।।-2।