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हौ राजा उठलै कुरसी पर से / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हौ राजा उठलै कुरसी पर से
डॉर के रासा राजा लै छै
देवता नरूपिया सीरी सतबरता
हँ हु के जवाब नै दैये
कसि-कसि बान्ह हौ राजा बन्है छै
दादा नरूपिया मने मन सोचै छै
छाती फटै छै दादा सलहेस के
जो जो गै बेइमनवी लौलय।
कौने कसूरबा मैया केलीयै महिसौथामे गय।
हौ केतनो बान्ह प्रेमी राजा बन्हलकै
राजा जेल के घरमे चललै
सेहो जे बान्ह नरूपिया के खुजै छै
खाली रासा हौ जेल घरमे जाइये
घुरि के राजा पाछु लगैय
जेल के तऽ राजा जुमि गेल
तखनी राजा घुरि के तकै छै
चोरबा टहलै छै ड्योढ़ीया के उपरमे हौ।