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एत्तेक बात आय दुर्गा बोलैय / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

एत्तेक बात आय दुर्गा बोलैय
तब जवाब आय मालीन दै छै
सुन गे देवी देवी असावरि
तोरा कहै छी दिल के वार्ता
मैया दुर्गा दरशन दइये
जहि कारणमे रटना रटै छै
स्वामी दरशन तोरा करेबौ
चल चल मलीनियाँ मानिकदहमे
मानिकदहमे देवता अऔतै
जहदी बागमे फूल तोड़ै छै
मानिकदह स्नान देवता करै छै
टीक धारै टीकुलिया फड़ल
तब महिसौथा देवता पूजा की करै छै गै।।