Last modified on 23 अगस्त 2016, at 08:59

मैंने लिखा नाम / निज़ार क़ब्बानी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:59, 23 अगस्त 2016 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

प्यार करता हूँ जिसे
लिखा उसका नाम
हवा पर।
प्यार करता हूँ जिसे
लिखा उसका नाम
पानी पर।


लेकिन
हवा को सुनाई देता है कम
और पानी को
याद नहीं रहता कोई भी नाम।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह