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रवायती बणिजी वियुसि! / गोरधन तनवाणी

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मां ईन्दड़ साल जे कारे सूरज खे
पंहिंजे वात में ॻिरकाए
पंहिंजे ई हस्तीअ खे
मुठियुनि में भीकूड़े
नएं साल जे रहम करम ते
पाण खे छॾे
रवायती बणिजी वियुसि।