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कीक / महेश नेनवाणी

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ॿारु जॾहिं पैदा थियो
त रोए पियो
कीकूं पियो करे;
दुनिया आई, ऐं उन जे
छातीअ ते वेठी
हाणे ॿार वटि ॿोझो आहे
कीक न।