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हिन टुकर खे आलो रखिजांइ / विम्मी सदारंगाणी

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अमां मूं सां हिक दफ़े ॻाल्हि कई हुई
जेके मरी वेन्दा आहिनि
से आसमान जा तारा बणिजी वेन्दा आहिनि।
चिमकन्दा रहन्दा आहिनि आसमान में
रात जो निकिरन्दा आहिनि
सुबह जो सुम्ही पवन्दा आहिनि।
तूं तारेा न बणिजिजांइ
तूं हिकु नंढिड़ो बादलु बणिजिजांइ
ऐं वसी वसी धरतीअ जे हिन टुकर खे
आलो रखिजांइ।