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ओसीड़ो / अर्जुन ‘शाद’
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तंहिं वसुल संदे ॾींहं जो हो ओसीड़ो
दिल चाहियो उॾासी वञे विच जो अर्सो
सो ॾींहुं ऐं उन ॾींहं जो हुन जो रुखु हो
दिल रोई चयो: ॾींहुं हीउ आयो ई छो?