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आउ ओ इंतिज़ार वापस आउ / अर्जुन ‘शाद’

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आउ ओ इंतिज़ार वापस आउ
आउ ग़म जा गुबार वापस आउ।

दिल फ़क़त लोछ सां हुई जिं़दा
ऐ दिले बेक़रार वापस आउ।

दिल जूं वीरानियूं पुकारिन थियूं
आज रूह बहार वापस आउ।

कंहिं सां ओरियां मां पंहिंजे दिल जो हाल
ओ मुंहिंजा ग़मगुसार वापस आउ।

तूं हुजीं ऐं हुजनि मिठियूं ॻाल्हियूं
आउ जीअ जा जियार वापस आउ।

बदगुमानी थी दिल खे भटकाए
राहबर! ऐतबार वापसि आउ।

पाण जां सुस्तु थो करे साहिल
मौजे दिल बेकिनार वापस आउ।