Last modified on 8 अक्टूबर 2016, at 00:32

जीवन प्यास / हरूमल सदारंगाणी ‘ख़ादिम’

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:32, 8 अक्टूबर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरूमल सदारंगाणी 'ख़ादिम' |अनुवादक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

ज़ंजीरुनि में जकड़ियलु
हिकड़ो कैदी
दिल जो ॾाढो
ऐं
लाल अखियूं
फ़ाहीअ थो चढ़े।

गर्दन पेई झुकेसि
हथ पेर हलनिसि...

आहिनिस
मरण खां पोइ पुणि
नेण पटियल
ॼिभ लड़कियल...

केॾी न
रहियल अथसि
अञा
दिल जी आस!
जीवन जी प्यास!!