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जीवन प्यास / हरूमल सदारंगाणी ‘ख़ादिम’

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ज़ंजीरुनि में जकड़ियलु
हिकड़ो कैदी
दिल जो ॾाढो
ऐं
लाल अखियूं
फ़ाहीअ थो चढ़े।

गर्दन पेई झुकेसि
हथ पेर हलनिसि...

आहिनिस
मरण खां पोइ पुणि
नेण पटियल
ॼिभ लड़कियल...

केॾी न
रहियल अथसि
अञा
दिल जी आस!
जीवन जी प्यास!!