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अस्पताल / हरूमल सदारंगाणी ‘ख़ादिम’

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हिक शाही अस्पताल
उन जो बि ख़ास हाल
किन जा बदन फटियल
किन जूं हॾियूं टुटल
किन जूं टंगूं सुॼियल
पलस्तर में के पियल
हिकड़ा पिया रड़नि
ॿिया सूर खां पिया किंझनि।

हिकु हंधि
हिकु मरीज़
लिङ सर्द
रंग ज़र्द
लेटियलु
सिधो पियलु
कंहिं महिल डाक्टर थो अची आक्सीजन ॾिए
कुझं ढर्कंदो ॾिसी
अची
चाढ़ेसि ख़ून
नर्स।
कमरे में आ माठि
पुरख़ौफ़ चुप चपात
थधिड़ी हवा ॿुधाए थी तूफ़ान पियो अचे
ॼणु आसमान गुड़ियो
ऐं वसियो
तेज़ वॾफुड़ो।