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मज़लूम / हूँदराज दुखायल

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पिशावर सॼो थियो कत्लेगाह आ!
रवां हर तरफ खूनी दरियाह आ!
ग़रीबनि ते बिल्कुल बुरी काह आ!
मरण खां सिवाइ ॿी न का वाह आ।