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शहर में साँप / 5 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

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साँप आरोॅ आदमी
एक दिन
अन्जान घोॅर में चैल गेलै
साँप/बिना केकरोॅ डँसने लौट गेलै
किन्तु/आदमी
वै घोॅर में जहर छोॅड़ गेलै।

अनुवाद:

साँप और आदमी
एक दिन
अन्जाने घर में चला गया
साँप/बिना किसी को डँसे लौट गया
किन्तु आदमी
उस घर में
अपना जहर छोड़ गया।