भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
गलफर में जहर / 19 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:07, 1 फ़रवरी 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्रप्रकाश जगप्रिय |अनुवादक=च...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
वोट ओकरे दिहैं
जेकरा पर मुकदमा भारी छै
जेकरा पकड़ै लेली
कोर्ट के फरमान जारी छै,
सांसद ओकरे चुनै के छै
जेकर चरित्र अपराधी छैद्ध
अपराधी से भरल संसद होइतै
तै अपराधमुक्त समाज होइतै।
अनुवाद:
वोट उसी को देना
जिस पर मुकदमा भरी हो
जिसे पकड़ने के लिए
कोर्ट का फरमान जरी हो,
सांसद उसे ही चुनना
जिसकी छवि अपराधी हो,
अपराधियों से भरी संसद होगी, तो
अपराधमुक्त समाज होगा।