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अॼु जा अॻवान / अमुल चैनलाल आहूजा 'रहिमी'
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लॼ न आहे शर्म नाहे
सभु दीवारूँ डाहे
मुल्क अंदर पिया काहे
हीउ अॼु जा अॻवान!!