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घोड़ो बणाईंदियसि अॻिया झूले लाल जे / लीला मामताणी

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घोड़ो बणाईंदियसि अॻिया झूले लाल जे
सिरिड़ो निवाईंदसि अॻिया झूले लाल जे

1.
सुहिणी आ सूरत झूलण जिंदह पीर जी
दर्शन सां दूर थिए थी चिंता सरीर जी
दर्शनु थीन्दो मूंखे सुबह सवेरो
दुखड़ा कटीन्दो मुंहिंजो लाल उडेरो
जोतियूं जॻाईंदसि अॻियां झूले लाल जे

2.
लाल उॾेरे जी सुहिणी आ ॾोली
जोतियुनि वारो भरे सभ जी थो झोली
आसूं सभई मुंहिंजूं अमर पुॼाईन्दो
सव वर्हिनि जा दुखिड़ा लहिजे़ में लाहीन्दो
पलउ पाराईंदसि अॻियां झूले लाल जे
सिरिड़ो निवाईंदसि अॻिया झूले लाल जे

3.
जोतियूं जॻाईंदसि देगियूं लाराहींदसि
बहराणा खणाईंदसि नाचू नचाईंदसि
मौजूं मचाईंदसि खु़शियूं मनाईंदसि
सिरिड़ो निवाईंदसि अॻिया झूले लाल जे