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धड़कनि / मुकेश तिलोकाणी
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हलिको छुहाउ
सुखियमु तरंगूं
तेज़ धड़कन
आज़िमुदो...हा
डपु?
जी...हा...जी...न
हा छा!?
सुवालु-इच्छा
गुसो
मुहिबत-अलाए
ज़िंदगी पल लहिर,
अहिसासु, आनंदु,
प्यारु, पंहिंजाइप, मज़ो
हलिको टहिकड़ो
तुछ ॻाल्हि ॿोल्हि
इंतज़ारु, ओनहो, दीदारु, आथत,
खु़मारु
छुहाउ
आनंद
ऐं बस।