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पंजड़ो पंजों / लीला मामताणी

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मूढ़नि खे समुझाईं, दॻ लाईं!
मुंहिंजा लाल उॾेरा!!

1.
कलिजुॻ में अवतारु थी आएं।
रतन राइ जे घर में ॼाएं।
पींघे में पाणु लोॾाईं, मुंहिंजा लाल उॾेरा!!

2.
परिणियलुनि खे पुट तूं ॾीं थो।
ॾातर ॾॾनि खे डाण तूं ॾीं थो॥
कुंवारा मङाईं परिणाईं, मुंहिंजा लाल उॾेरा!!

3.
दूलह तुंहिंजो दर्शनु थीन्दो
प्रेमियुनि जो मनु प्रसन थीन्दो।
अमर, आस पुॼाईं!! मुंहिंजा लाल उॾेरा!!

4.
जिंदा तूं जल मां तुंहिंजी मछिली।
शरन तुंहिंजे पेई आहियां असली।
मूं निमाणीअ जी वेनती ओनाइ। मुंहिंजा लाल उॾेरा!!