Last modified on 29 मार्च 2017, at 17:13

6 / हीर / वारिस शाह

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:13, 29 मार्च 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वारिस शाह |अनुवादक= |संग्रह=हीर / व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

यारां असां नूं आन सवाल कता इशक हीर दा नवां बनाइये जी
इस प्रेम दी झोंक दा सब किस्सा जीभ सोहणी नाल सुनाइये जी
नाल अजब बहार दे शेअर करके रांझे हीर दा मेल मिलाइये जी
नाल दोसतां मजलसां<ref>महफिल</ref> विच बह के मजा हीर दे इशक दा पाइये जी

शब्दार्थ
<references/>