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38 / हीर / वारिस शाह
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सानूं दस नमाज है कादी जी कास नाल बणा के सारियां ने
कन नक नमाज दे हैन कितने मत्थे किन्हां दे धुरों एह मारियां ने
लम्मे कद चौड़े किस हाण हुंदी किस चीज दे नाल सहारियां ने
वारस किलियां कितनियां ऐस दीयां ने जिस नाल एह बनह उतारियां ने
शब्दार्थ
<references/>