Lalit Kumar(चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:26, 3 अप्रैल 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वारिस शाह |अनुवादक= |संग्रह=हीर / व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
तुसी बखशना तां जोग किरपा दान करदयां ढिल ना लोड़ीए जी
जेहड़ा आस करके डिगे आन दुआरे जी ओसदा चा ना तोड़ीए जी
सिदक बनके जेहड़ा आ चर्ण लगे पार लाईए विच ना बोड़ीए जी
वारस शाह मियां जैंदा कोई नाहीं मेहर उसतों नांह विछोड़ीए जी